यहाँ "डिजिटल युग में ग्रामीण महिलाओं का परिवार कल्याण व्यवहार: एक तुलनात्मक अध्ययन" विषय पर एक विस्तृत प्रारूप प्रस्तुत है, जिसे आप शोध प्रस्ताव, प्रबंध या लेख के रूप में उपयोग कर सकते हैं:
प्रस्तावित शोध शीर्षक:
डिजिटल युग में ग्रामीण महिलाओं का परिवार कल्याण व्यवहार: एक तुलनात्मक अध्ययन
1. प्रस्तावना (Introduction):
भारत में परिवार कल्याण कार्यक्रमों का उद्देश्य जनसंख्या नियंत्रण के साथ-साथ महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना रहा है। पिछले दो दशकों में डिजिटल क्रांति (मोबाइल फोन, इंटरनेट, सोशल मीडिया, डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएँ) ने ग्रामीण समाज की संरचना, चेतना और व्यवहार को गहराई से प्रभावित किया है। यह अध्ययन डिजिटल युग में ग्रामीण महिलाओं के परिवार कल्याण से जुड़ी चेतना और व्यवहार में आए परिवर्तन का समाजशास्त्रीय विश्लेषण करेगा।
2. शोध की आवश्यकता (Rationale of the Study):
- परिवार कल्याण पर पूर्व शोध मुख्यतः 2000-2010 की सामाजिक संरचना पर केंद्रित रहे हैं।
- वर्ष 2016 के बाद डिजिटल इंडिया अभियान, मोबाइल इंटरनेट की सुलभता, और सरकारी योजनाओं की डिजिटल पहुँच के कारण ग्रामीण महिलाओं में नई जागरूकता देखी गई है।
- यह आवश्यक हो गया है कि डिजिटल उपकरणों के प्रसार से महिलाओं के परिवार कल्याण व्यवहार में क्या बदलाव आया है, इसे समझा जाए।
3. उद्देश्य (Objectives):
- डिजिटल साधनों की उपलब्धता और प्रयोग का ग्रामीण महिलाओं की परिवार कल्याण संबंधी चेतना पर प्रभाव जानना।
- परिवार कल्याण कार्यक्रमों की जानकारी, स्वीकार्यता और व्यवहार में परिवर्तन की पहचान करना।
- डिजिटल युग से पहले और बाद की पीढ़ियों में तुलना करना।
- विभिन्न वर्गों (जाति, धर्म, आर्थिक स्थिति) के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन करना।
4. प्रमुख शोध प्रश्न (Research Questions):
- क्या डिजिटल मीडिया ग्रामीण महिलाओं में परिवार कल्याण संबंधी जानकारी पहुँचाने में प्रभावी रहा है?
- डिजिटल युग ने महिलाओं के निर्णय लेने की क्षमता को कैसे प्रभावित किया है?
- क्या डिजिटल साक्षरता और पारिवारिक सहयोग में कोई संबंध है?
5. कार्य क्षेत्र (Field Area):
उत्तराखंड के दो विकासखंडों का चयन –
- एक उच्च डिजिटल पहुँच वाला क्षेत्र (जैसे – हल्द्वानी, कोटद्वार के निकटवर्ती गांव)।
- एक अपेक्षाकृत कम डिजिटल पहुँच वाला क्षेत्र (जैसे – द्वाराहाट, चौखुटिया क्षेत्र)।
6. अनुसंधान पद्धति (Research Methodology):
(क) प्रकार – तुलनात्मक एवं गुणात्मक
(ख) डेटा संग्रह तकनीक:
- साक्षात्कार (Semi-structured)
- फोकस ग्रुप डिस्कशन (FGD)
- प्रत्यक्ष अवलोकन
- प्रश्नावली (डिजिटल और ऑफलाइन दोनों माध्यम)
(ग) नमूना आकार:
प्रत्येक क्षेत्र से 50 महिलाओं (विवाहित, 18–45 वर्ष)
(घ) तकनीकें:
- Snowball Sampling
- Stratified Purposive Sampling
7. अध्याय योजना (Tentative Chapter Scheme):
- परिचय – विषय का परिचय, शोध की आवश्यकता, उद्देश्य
- सैद्धांतिक पृष्ठभूमि – समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण (फेमिनिज़्म, टेक्नोलॉजी एंड सोसाइटी, स्वास्थ्य समाजशास्त्र)
- परिवार कल्याण कार्यक्रम: ऐतिहासिक विकास और नीतियाँ
- डिजिटल युग में बदलाव: ग्रामीण महिलाओं की पहुँच और व्यवहार
- तुलनात्मक विश्लेषण: डिजिटल युक्त और वंचित क्षेत्रों की महिलाएँ
- मूल्यांकन, निष्कर्ष और सुझाव
8. संभावित योगदान (Significance of Study):
- डिजिटल साक्षरता और महिला सशक्तिकरण के बीच संबंधों को स्पष्ट करेगा।
- नीति निर्धारकों को लक्षित जागरूकता अभियान के लिए सुझाव देगा।
- समाजशास्त्र और जेंडर स्टडीज़ के विद्यार्थियों हेतु एक अद्यतन केस स्टडी प्रदान करेगा।
यह रही "डिजिटल युग में ग्रामीण महिलाओं का परिवार कल्याण व्यवहार: एक तुलनात्मक अध्ययन" विषय पर केंद्रित प्रश्नावली, जिसे आप फील्ड सर्वे के लिए प्रयोग कर सकते हैं। प्रश्नावली को तीन खंडों में विभाजित किया गया है:
परिवार कल्याण पर प्रश्नावली
शोध विषय: डिजिटल युग में ग्रामीण महिलाओं का परिवार कल्याण व्यवहार: एक तुलनात्मक अध्ययन
उत्तरदाता का नाम (गोपनीय): ____________
ग्राम: ____________
विकासखंड: ____________
जिला: ____________
तिथि: ____________
साक्षात्कारकर्ता का नाम: ____________
खंड 1: सामाजिक-आर्थिक विवरण
- आयु: ___ वर्ष
- धर्म: ☐ हिंदू ☐ मुस्लिम ☐ सिख ☐ ईसाई ☐ अन्य
- जाति: ☐ अनुसूचित जाति ☐ जनजाति ☐ अन्य पिछड़ा वर्ग ☐ सामान्य
- शैक्षणिक योग्यता:
☐ निरक्षर ☐ प्राथमिक ☐ माध्यमिक ☐ उच्च माध्यमिक ☐ स्नातक/उससे ऊपर - वैवाहिक स्थिति:
☐ विवाहित ☐ विधवा ☐ तलाकशुदा ☐ अलग रह रही - संतानों की संख्या: ___ बेटे ___ बेटियाँ
- पारिवारिक संरचना:
☐ संयुक्त परिवार ☐ एकल परिवार - वार्षिक पारिवारिक आय:
☐ ₹50,000 से कम ☐ ₹50,000–1 लाख ☐ ₹1–2 लाख ☐ ₹2 लाख से अधिक
खंड 2: डिजिटल साधनों की पहुँच और उपयोग
- क्या आपके पास अपना मोबाइल फोन है? ☐ हाँ ☐ नहीं
- क्या मोबाइल स्मार्टफोन है? ☐ हाँ ☐ नहीं
- क्या आप इंटरनेट/WhatsApp/YouTube का प्रयोग करती हैं? ☐ हाँ ☐ नहीं
- क्या आपने कभी सरकार के परिवार कल्याण कार्यक्रमों से संबंधित कोई जानकारी मोबाइल/टीवी/इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त की है? ☐ हाँ ☐ नहीं
- आप मुख्य रूप से जानकारी कहाँ से प्राप्त करती हैं?
☐ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता
☐ आशा कार्यकर्ता
☐ टीवी/रेडियो
☐ मोबाइल/इंटरनेट
☐ पति/परिवार
☐ अन्य (उल्लेख करें): __________ - क्या आप “गर्भनिरोधक साधनों” के बारे में जानती हैं? ☐ हाँ ☐ नहीं
- इनमें से किन-किन के बारे में आप जानती हैं? (एकाधिक चयन संभव)
☐ कंडोम ☐ गोली (oral pills) ☐ Copper-T ☐ नसबंदी ☐ गर्भपात - क्या आपने कभी परिवार नियोजन का कोई साधन अपनाया है? ☐ हाँ ☐ नहीं
- यदि हाँ, तो किसका? __________
- क्या इन निर्णयों में आपकी राय ली जाती है? ☐ हाँ ☐ नहीं
- क्या आपको लगता है कि डिजिटल माध्यम से जानकारी मिलने के बाद आपके विचारों में बदलाव आया है? ☐ हाँ ☐ नहीं
- क्या आप चाहेंगी कि परिवार कल्याण पर विशेष मोबाइल ऐप या व्हाट्सऐप समूह हो? ☐ हाँ ☐ नहीं
खंड 3: व्यवहार एवं दृष्टिकोण
- आपके अनुसार परिवार छोटा होना चाहिए? ☐ हाँ ☐ नहीं ☐ निश्चित नहीं
- क्या आपके पति/ससुराल वाले परिवार नियोजन में सहयोग करते हैं? ☐ हाँ ☐ नहीं
- परिवार नियोजन में निर्णय लेने का मुख्य अधिकार किसका है?
☐ पति का ☐ पत्नी का ☐ दोनों का ☐ परिवार का - क्या आप परिवार नियोजन से जुड़ी किसी सामाजिक या धार्मिक आपत्ति का अनुभव करती हैं? ☐ हाँ ☐ नहीं
- आप डिजिटल माध्यम से परिवार कल्याण से जुड़ी किस प्रकार की जानकारी चाहेंगी?
☐ स्वास्थ्य केंद्रों की जानकारी
☐ गर्भनिरोधक उपाय
☐ महिलाओं के अनुभव
☐ सरकारी योजनाएँ
☐ अन्य: _____________
अंत में:
क्या आप परिवार कल्याण के किसी पहलू पर अपने अनुभव साझा करना चाहेंगी?
(खाली स्थान उत्तर के लिए छोड़ें)
यह रही "डिजिटल युग में ग्रामीण महिलाओं का परिवार कल्याण व्यवहार: एक तुलनात्मक अध्ययन" विषय पर केंद्रित प्रश्नावली, जिसे आप फील्ड सर्वे के लिए प्रयोग कर सकते हैं। प्रश्नावली को तीन खंडों में विभाजित किया गया है:
बिलकुल Satya Mitra Singh जी, नीचे मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपयुक्त जर्नल्स के सुझाव और उनके लिए सबमिशन प्रक्रिया का चरण-दर-चरण मार्गदर्शन दे रहा हूँ:
I. अनुशंसित अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स (Research Scope: Sociology, Gender Studies, Digital Society, Public Health)
1. Gender, Technology and Development
- Publisher: Taylor & Francis
- Scope: दक्षिण एशिया और विकासशील देशों में जेंडर व तकनीकी बदलाव
- Website: https://www.tandfonline.com/toc/rgtd20/current
- Note: भारत केंद्रित विषयों को महत्व मिलता है
2. Information, Communication & Society
- Publisher: Taylor & Francis
- Scope: डिजिटल तकनीक, समाज और परिवर्तन
- High Impact Journal
- Website: https://www.tandfonline.com/journals/rics20
3. BMC Women's Health (Open Access)
- Publisher: Springer Nature
- Scope: महिला स्वास्थ्य, प्रजनन, परिवार नियोजन पर शोध
- Website: https://bmcwomenshealth.biomedcentral.com/
- Advantage: फास्ट रिव्यू और व्यापक पहुंच
4. Journal of Rural Studies
- Publisher: Elsevier
- Scope: ग्रामीण समाज, डिजिटल बदलाव, सामाजिक नीति
- Website: https://www.sciencedirect.com/journal/journal-of-rural-studies
5. International Journal of Sociology and Social Policy
- Publisher: Emerald Insight
- Scope: सामाजिक नीति, जेंडर, ग्रामीण परिवर्तन
- Website: https://www.emerald.com/insight/publication/issn/0144-333X
II. सबमिशन प्रक्रिया: चरण-दर-चरण मार्गदर्शन
1. जर्नल का चयन और गाइडलाइंस पढ़ना
- ऊपर दिए लिंक से "Author Guidelines" या "Submission Guidelines" ध्यानपूर्वक पढ़ें।
- रिसर्च आर्टिकल का फॉर्मेट उसी के अनुसार बनाएं (e.g., word count, reference style, abstract structure)।
2. लेख तैयार करना (Manuscript Preparation)
- लेख के ये भाग तैयार करें:
- Title
- Abstract (150–250 words)
- Keywords (5–7)
- Introduction
- Literature Review
- Objectives
- Methodology (Sample, Tools, Ethics)
- Findings & Analysis
- Discussion
- Conclusion
- References (APA/Chicago style as per journal)
- एक अलग से Cover Letter भी बनाएं।
3. ORCID ID बनाएं (अनिवार्य है अधिकांश जर्नल्स में)
- लिंक: https://orcid.org/
- यह एक यूनिक लेखक प्रोफ़ाइल होती है।
4. जर्नल के पोर्टल पर सबमिट करना
- हर जर्नल का एक ऑनलाइन submission portal होता है (e.g., ScholarOne, Editorial Manager)।
- वहां एक अकाउंट बनाकर:
- Manuscript फ़ाइल अपलोड करें
- Cover letter दें
- Keywords भरें
- Co-authors (यदि कोई हों) जोड़ें
- Conflicts of interest, ethics approval आदि पर टिक करें
5. रिव्यू प्रक्रिया
- Peer Review में 4–12 सप्ताह लग सकते हैं।
- Reviewer comments के आधार पर revision करें।
- संशोधित version फिर से सबमिट करें।
- स्वीकृति के बाद ऑनलाइन प्रकाशन होता है।
III. उपयोगी सुझाव
- Language editing (अगर लेख अंग्रेजी में हो): Grammarly या किसी professional से proofreading कराएं।
- Plagiarism check: Turnitin या Quillbot से original content सुनिश्चित करें।
- Zotero या Mendeley जैसे टूल्स से रेफरेंस मैनेज करें।
आपके लिए मैं क्या कर सकता हूँ:
- यदि आप चाहें, तो आपके लेख का पूरा ड्राफ्ट अंग्रेज़ी में तैयार कर सकता हूँ,
- Abstract, Cover Letter, Referencing Style में सहायता कर सकता हूँ,
- किसी खास जर्नल के लिए आपके लेख को फॉर्मेट कर सकता हूँ।
आप किस जर्नल को प्राथमिकता देना चाहेंगे? मैं उसी के अनुसार paper formatting शुरू कर सकता हूँ।
बहुत अच्छा विचार है कि आप अपने शोध को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित करना चाहते हैं। इसके लिए कुछ जरूरी कदम और सुझाव मैं आपको विस्तार से बता रहा हूँ:
1. शोध का फोकस और नयापन सुनिश्चित करें
- आपका विषय डिजिटल युग में ग्रामीण महिलाओं का परिवार कल्याण व्यवहार काफी प्रासंगिक है।
- सुनिश्चित करें कि आपके शोध में नया डाटा, तुलनात्मक विश्लेषण, डिजिटल प्रभाव की गहराई से जांच, और समाजशास्त्रीय सैद्धांतिक फ्रेमवर्क शामिल हों।
- पुराने शोध (जैसे 2008 का) से अंतर को स्पष्ट करें।
2. अंतरराष्ट्रीय जर्नल चुनें
- आपके विषय के लिए उपयुक्त क्षेत्र हैं: समाजशास्त्र, जनसांख्यिकी, जेंडर स्टडीज़, सार्वजनिक स्वास्थ्य, डिजिटल समाजशास्त्र।
- कुछ प्रमुख जर्नल्स (Open Access या Subscription Based):
- Journal of Rural Studies
- Gender, Technology and Development
- Population Studies
- International Journal of Sociology and Social Policy
- BMC Public Health (Open Access)
- जर्नल के इम्पैक्ट फैक्टर, फोकस, और रिव्यू प्रक्रिया देखें।
- Journal of Rural Studies
- Gender, Technology and Development
- Population Studies
- International Journal of Sociology and Social Policy
- BMC Public Health (Open Access)
3. लेखन और प्रारूपण (Writing and Formatting)
- लेख अंग्रेज़ी में हो, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज्यादा स्वीकार्य होता है।
- Abstract, Introduction, Literature Review, Methodology, Results, Discussion, Conclusion, References - ये सेक्शन अच्छी तरह से तैयार करें।
- अकादमिक लेखन शैली और संदर्भ देने की सही विधि (APA, MLA, Chicago) अपनाएं।
4. डेटा संग्रह और विश्लेषण
- मजबूत और अपडेटेड डेटा पर ध्यान दें।
- तुलनात्मक (2008 और 2025 के बीच) और डिजिटल प्रभाव की स्पष्ट झलक हो।
- सांख्यिकीय विधि (SPSS, R) और गुणात्मक विश्लेषण दोनों का उपयोग करें।
5. साहित्य समीक्षा (Literature Review)
- अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय दोनों स्तर के रिसर्च पेपर देखें और उनकी समीक्षा करें।
- डिजिटल तकनीकों और परिवार कल्याण पर हुए नवीनतम शोध को शामिल करें।
6. लेख को सुधारना (Revision and Proofreading)
- लेख की भाषा, व्याकरण और तार्किक प्रवाह की जांच करें।
- किसी विशेषज्ञ या अंग्रेज़ी भाषा के संपादक से समीक्षा कराएं।
7. सबमिशन और फॉलो-अप
- चुने हुए जर्नल के वेबसाइट पर गाइडलाइंस ध्यान से पढ़ें।
- ऑनलाइन सबमिशन करें।
- रिव्यूर के कमेंट पर ध्यान दें और आवश्यक सुधार करें।
8. अन्य सुझाव
- को-ऑथर या गाइड से सलाह लें।
- यदि संभव हो तो कोन्फ्रेंस में पेपर प्रस्तुत करें, जिससे फीडबैक मिलेगा।
- ORCID ID बनाएं, इससे आपकी प्रोफाइल मजबूत होगी।
अगर आप चाहें, तो मैं आपके शोध के लिए:
- इंग्लिश में ड्राफ्ट लिखने में मदद कर सकता हूँ।
- लेखन शैली सुधार सकता हूँ।
- जर्नल सुझाव और सबमिशन प्रक्रिया में मार्गदर्शन कर सकता हूँ।
बहुत अच्छा विचार है कि आप अपने शोध को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित करना चाहते हैं। इसके लिए कुछ जरूरी कदम और सुझाव मैं आपको विस्तार से बता रहा हूँ:
1. शोध का फोकस और नयापन सुनिश्चित करें
- आपका विषय डिजिटल युग में ग्रामीण महिलाओं का परिवार कल्याण व्यवहार काफी प्रासंगिक है।
- सुनिश्चित करें कि आपके शोध में नया डाटा, तुलनात्मक विश्लेषण, डिजिटल प्रभाव की गहराई से जांच, और समाजशास्त्रीय सैद्धांतिक फ्रेमवर्क शामिल हों।
- पुराने शोध (जैसे 2008 का) से अंतर को स्पष्ट करें।
2. अंतरराष्ट्रीय जर्नल चुनें
- आपके विषय के लिए उपयुक्त क्षेत्र हैं: समाजशास्त्र, जनसांख्यिकी, जेंडर स्टडीज़, सार्वजनिक स्वास्थ्य, डिजिटल समाजशास्त्र।
- कुछ प्रमुख जर्नल्स (Open Access या Subscription Based):
- Journal of Rural Studies
- Gender, Technology and Development
- Population Studies
- International Journal of Sociology and Social Policy
- BMC Public Health (Open Access)
- जर्नल के इम्पैक्ट फैक्टर, फोकस, और रिव्यू प्रक्रिया देखें।
- Journal of Rural Studies
- Gender, Technology and Development
- Population Studies
- International Journal of Sociology and Social Policy
- BMC Public Health (Open Access)
3. लेखन और प्रारूपण (Writing and Formatting)
- लेख अंग्रेज़ी में हो, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज्यादा स्वीकार्य होता है।
- Abstract, Introduction, Literature Review, Methodology, Results, Discussion, Conclusion, References - ये सेक्शन अच्छी तरह से तैयार करें।
- अकादमिक लेखन शैली और संदर्भ देने की सही विधि (APA, MLA, Chicago) अपनाएं।
4. डेटा संग्रह और विश्लेषण
- मजबूत और अपडेटेड डेटा पर ध्यान दें।
- तुलनात्मक (2008 और 2025 के बीच) और डिजिटल प्रभाव की स्पष्ट झलक हो।
- सांख्यिकीय विधि (SPSS, R) और गुणात्मक विश्लेषण दोनों का उपयोग करें।
5. साहित्य समीक्षा (Literature Review)
- अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय दोनों स्तर के रिसर्च पेपर देखें और उनकी समीक्षा करें।
- डिजिटल तकनीकों और परिवार कल्याण पर हुए नवीनतम शोध को शामिल करें।
6. लेख को सुधारना (Revision and Proofreading)
- लेख की भाषा, व्याकरण और तार्किक प्रवाह की जांच करें।
- किसी विशेषज्ञ या अंग्रेज़ी भाषा के संपादक से समीक्षा कराएं।
7. सबमिशन और फॉलो-अप
- चुने हुए जर्नल के वेबसाइट पर गाइडलाइंस ध्यान से पढ़ें।
- ऑनलाइन सबमिशन करें।
- रिव्यूर के कमेंट पर ध्यान दें और आवश्यक सुधार करें।
8. अन्य सुझाव
- को-ऑथर या गाइड से सलाह लें।
- यदि संभव हो तो कोन्फ्रेंस में पेपर प्रस्तुत करें, जिससे फीडबैक मिलेगा।
- ORCID ID बनाएं, इससे आपकी प्रोफाइल मजबूत होगी।
अगर आप चाहें, तो मैं आपके शोध के लिए:
- इंग्लिश में ड्राफ्ट लिखने में मदद कर सकता हूँ।
- लेखन शैली सुधार सकता हूँ।
- जर्नल सुझाव और सबमिशन प्रक्रिया में मार्गदर्शन कर सकता हूँ।
आप बताइए, क्या आप इस दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं? मैं आपके लिए एक प्रारंभिक शोध लेख का ड्राफ्ट भी बना सकता हूँ।
आप बताइए, क्या आप इस दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं? मैं आपके लिए एक प्रारंभिक शोध लेख का ड्राफ्ट भी बना सकता हूँ।
परिवार कल्याण पर प्रश्नावली
शोध विषय: डिजिटल युग में ग्रामीण महिलाओं का परिवार कल्याण व्यवहार: एक तुलनात्मक अध्ययन
उत्तरदाता का नाम (गोपनीय): ____________
ग्राम: ____________
विकासखंड: ____________
जिला: ____________
तिथि: ____________
साक्षात्कारकर्ता का नाम: ____________
खंड 1: सामाजिक-आर्थिक विवरण
- आयु: ___ वर्ष
- धर्म: ☐ हिंदू ☐ मुस्लिम ☐ सिख ☐ ईसाई ☐ अन्य
- जाति: ☐ अनुसूचित जाति ☐ जनजाति ☐ अन्य पिछड़ा वर्ग ☐ सामान्य
- शैक्षणिक योग्यता:
☐ निरक्षर ☐ प्राथमिक ☐ माध्यमिक ☐ उच्च माध्यमिक ☐ स्नातक/उससे ऊपर - वैवाहिक स्थिति:
☐ विवाहित ☐ विधवा ☐ तलाकशुदा ☐ अलग रह रही - संतानों की संख्या: ___ बेटे ___ बेटियाँ
- पारिवारिक संरचना:
☐ संयुक्त परिवार ☐ एकल परिवार - वार्षिक पारिवारिक आय:
☐ ₹50,000 से कम ☐ ₹50,000–1 लाख ☐ ₹1–2 लाख ☐ ₹2 लाख से अधिक
खंड 2: डिजिटल साधनों की पहुँच और उपयोग
- क्या आपके पास अपना मोबाइल फोन है? ☐ हाँ ☐ नहीं
- क्या मोबाइल स्मार्टफोन है? ☐ हाँ ☐ नहीं
- क्या आप इंटरनेट/WhatsApp/YouTube का प्रयोग करती हैं? ☐ हाँ ☐ नहीं
- क्या आपने कभी सरकार के परिवार कल्याण कार्यक्रमों से संबंधित कोई जानकारी मोबाइल/टीवी/इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त की है? ☐ हाँ ☐ नहीं
- आप मुख्य रूप से जानकारी कहाँ से प्राप्त करती हैं?
☐ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता
☐ आशा कार्यकर्ता
☐ टीवी/रेडियो
☐ मोबाइल/इंटरनेट
☐ पति/परिवार
☐ अन्य (उल्लेख करें): __________ - क्या आप “गर्भनिरोधक साधनों” के बारे में जानती हैं? ☐ हाँ ☐ नहीं
- इनमें से किन-किन के बारे में आप जानती हैं? (एकाधिक चयन संभव)
☐ कंडोम ☐ गोली (oral pills) ☐ Copper-T ☐ नसबंदी ☐ गर्भपात - क्या आपने कभी परिवार नियोजन का कोई साधन अपनाया है? ☐ हाँ ☐ नहीं
- यदि हाँ, तो किसका? __________
- क्या इन निर्णयों में आपकी राय ली जाती है? ☐ हाँ ☐ नहीं
- क्या आपको लगता है कि डिजिटल माध्यम से जानकारी मिलने के बाद आपके विचारों में बदलाव आया है? ☐ हाँ ☐ नहीं
- क्या आप चाहेंगी कि परिवार कल्याण पर विशेष मोबाइल ऐप या व्हाट्सऐप समूह हो? ☐ हाँ ☐ नहीं
खंड 3: व्यवहार एवं दृष्टिकोण
- आपके अनुसार परिवार छोटा होना चाहिए? ☐ हाँ ☐ नहीं ☐ निश्चित नहीं
- क्या आपके पति/ससुराल वाले परिवार नियोजन में सहयोग करते हैं? ☐ हाँ ☐ नहीं
- परिवार नियोजन में निर्णय लेने का मुख्य अधिकार किसका है?
☐ पति का ☐ पत्नी का ☐ दोनों का ☐ परिवार का - क्या आप परिवार नियोजन से जुड़ी किसी सामाजिक या धार्मिक आपत्ति का अनुभव करती हैं? ☐ हाँ ☐ नहीं
- आप डिजिटल माध्यम से परिवार कल्याण से जुड़ी किस प्रकार की जानकारी चाहेंगी?
☐ स्वास्थ्य केंद्रों की जानकारी
☐ गर्भनिरोधक उपाय
☐ महिलाओं के अनुभव
☐ सरकारी योजनाएँ
☐ अन्य: _____________
अंत में:
क्या आप परिवार कल्याण के किसी पहलू पर अपने अनुभव साझा करना चाहेंगी?
(खाली स्थान उत्तर के लिए छोड़ें)
यदि आप चाहें तो इस प्रश्नावली का DOCX या PDF फॉर्मेट तैयार कर दूँ, जिसमें बॉक्स, फॉर्मेटिंग आदि स्पष्ट रूप से दिए हों।
यदि आप चाहें तो इस प्रश्नावली का DOCX या PDF फॉर्मेट तैयार कर दूँ, जिसमें बॉक्स, फॉर्मेटिंग आदि स्पष्ट रूप से दिए हों।
यदि आप चाहें तो मैं इस पर आधारित प्रश्नावली, डेटा विश्लेषण रूपरेखा, या PowerPoint प्रस्तुति भी तैयार कर सकता हूँ।
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